Special - Saraswati Homa during Navaratri - 10, October

Pray for academic success by participating in Saraswati Homa on the auspicious occasion of Navaratri.

Click here to participate

अष्टमूर्ति रक्षा स्तोत्र

हे शर्व भूरूप पर्वतसुतेश
हे धर्म वृषवाह काञ्चीपुरीश।
दववास सौगन्ध्य भुजगेन्द्रभूष
पृथ्वीश मां पाहि प्रथमाष्टमूर्ते।
हे दोषमल जाड्यहर शैलजाप
हे जम्बुकेशेश भव नीररूप।
गङ्गार्द्र करुणार्द्र नित्याभिषिक्त
जललिङ्ग मां पाहि द्वितीयाष्टमूर्ते।
हे रुद्र कालाग्निरूपाघनाशिन्
हे भस्मदिग्धाङ्ग मदनान्तकारिन्।
अरुणाद्रिमूर्तेर्बुर्दशैल वासिन्
अनलेश मां पाहि तृतीयाष्टमूर्ते।
हे मातरिश्वन् महाव्योमचारिन्
हे कालहस्तीश शक्तिप्रदायिन्।
उग्र प्रमथनाथ योगीन्द्रिसेव्य
पवनेश मां पाहि तुरियाष्टमूर्ते।
हे निष्कलाकाश-सङ्काश देह
हे चित्सभानाथ विश्वम्भरेश।
शम्भो विभो भीमदहर प्रविष्ट
व्योमेश मां पाहि कृपयाष्टमूर्ते।
हे भर्ग तरणेखिललोकसूत्र
हे द्वादशात्मन् श्रुतिमन्त्र गात्र।
ईशान ज्योतिर्मयादित्यनेत्र
रविरूप मां पाहि महसाष्टमूर्ते।
हे सोम सोमार्द्ध षोडषकलात्मन्
हे तारकान्तस्थ शशिखण्डमौलिन्।
स्वामिन्महादेव मानसविहारिन्
शशिरूप मां पाहि सुधयाष्टमूर्ते।
हे विश्वयज्ञेश यजमानवेष
हे सर्वभूतात्मभूतप्रकाश।
प्रथितः पशूनां पतिरेक ईड्य
आत्मेश मां पाहि परमाष्टमूर्ते।
परमात्मनः खः प्रथमः प्रसूतः
व्योमाच्च वायुर्जनितस्ततोग्निः।
अनलाज्जलोभूत् अद्भ्यस्तु धरणिः
सूर्येन्दुकलितान् सततं नमामि।
दिव्याष्टमूर्तीन् सततं नमामि
संविन्मयान् तान् सततं नमामि।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

97.4K
14.6K

Comments Hindi

86366
यह वेबसाइट अत्यंत शिक्षाप्रद है।📓 -नील कश्यप

प्रणाम गुरूजी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -प्रभास

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -मदन शर्मा

बहुत बढिया चेनल है आपका -Keshav Shaw

वेदधारा के कार्य से हमारी संस्कृति सुरक्षित है -मृणाल सेठ

Read more comments

Other stotras

Copyright © 2024 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |
Whatsapp Group Icon