रसेश्वर पंचाक्षर स्तोत्र

रम्याय राकापतिशेखराय
राजीवनेत्राय रविप्रभाय।
रामेशवर्याय सुबुद्धिदाय
नमोऽस्तु रेफाय रसेश्वराय।
सोमाय गङ्गातटसङ्गताय
शिवाजिराजेन विवन्दिताय।
दीपाद्यलङ्कारकृतिप्रियाय
नमः सकाराय रसेश्वराय।
जलेन दुग्धेन च चन्दनेन
दध्ना फलानां सुरसामृतैश्च।
सदाऽभिषिक्ताय शिवप्रदाय
नमो वकाराय रसेश्वराय।
भक्तैस्तु भक्त्या परिसेविताय
भक्तस्य दुःखस्य विशोधकाय।
भक्ताभिलाषापरिदायकाय
नमोऽस्तु रेफाय रसेश्वराय।
नागेन कण्ठे परिभूषिताय
रागेन रोगादिविनाशकाय।
यागादिकार्येषु वरप्रदाय
नमो यकाराय रसेश्वराय।
पठेदिदं स्तोत्रमहर्निशं यो
रसेश्वरं देववरं प्रणम्य।
स दीर्घमायुर्लभते मनुष्यो
धर्मार्थकामांल्लभते च मोक्षम्।

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

Other stotras

Copyright © 2024 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |