देवेन्द्रमौलिमन्दार- मकरन्दकणारुणाः।
विघ्नं हरन्तु हेरम्ब- चरणाम्बुजरेणवः।
दुखतारण शिव स्तोत्र
त्वं स्रष्टाप्यविता भुवो निगदितः संहारकर्तचाप्यसि त्व....
Click here to know more..सप्त सप्ति सप्तक स्तोत्र
भास्करस्य तेजसा निसर्ग एष वर्धते। भास्करस्य भा सदैव मोद....
Click here to know more..प्रातः स्मरण
इस प्रवचन से जानिए- १. किन किन देवताओं का कैसे कैसे प्रातः ....
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