परं धाम परं ब्रह्म परेशं परमीश्वरम्।
विघ्ननिघ्नकरं शान्तं पुष्टं कान्तमनन्तकम्।।
सुरासुरेन्द्रैः सिद्धेन्द्रैः स्तुतं स्तौमि परात्परम्।
सुरपद्मदिनेशं च गणेशं मङ्गलायनम्।।
सीतापति पंचक स्तोत्र
भक्ताह्लादं सदसदमेयं शान्तं रामं नित्यं सवनपुमांसं देव....
Click here to know more..कल्कि स्तोत्र
जय हरेऽमराधीशसेवितं तव पदाम्बुजं भूरिभूषणम्। कुरु ममाग....
Click here to know more..देवी त्रिपुरसुन्दरी का आशीर्वाद के लिए मंत्र
आबद्धरत्नमकुटां मणिकुण्डलोद्यत्केयूरकोर्मि - रशनाह्व....
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