नमः श्रीकृष्णचन्द्राय परिपूर्णतमाय च।
असङ्ख्याण्डाधिपतये गोलोकपतये नमः।
श्रीराधापतये तुभ्यं व्रजाधीशाय ते नमः।
नमः श्रीनन्दपुत्राय यशोदानन्दनाय च।
देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते।
यदूत्तम जगन्नाथ पाहि मां पुरुषोत्तम।
शंभु स्तोत्र
कैवल्यमूर्तिं योगासनस्थं कारुण्यपूर्णं कार्तस्वराभम्....
Click here to know more..गणेश पंचचामर स्तोत्र
ललाटपट्टलुण्ठितामलेन्दुरोचिरुद्भटे वृतातिवर्चरस्वर....
Click here to know more..सबसे सरल पूजा जो दो मिनटों में की जा सकती है