कृष्ण कमलाक्ष - स्तोत्रम्

कृष्ण कमलाक्ष कलये त्वां कमलेश
तृष्णारहिताप्ततापसवृन्दमानसनिवेश
कृष्ण संरक्षकाक्षयप्रेमभरितमृदुभाष
वृष्णिवंशवरभूष वरदायक नरवरवेष

बाल वनमालाधर रासनर्तनविलोल
वरकुचेलादिपरिपाल करुणालवाल जयशील
अलिनीलालकनीलाब्जनिभनलिनपादयुगल
घोरकलिकालान्तक कालारिहित कल्याणसुगुणजाल

धीर यदुवीर दुरितापहरणगम्भीर
दधिचोर चिदाकार सच्चरितजनहृदागार
श्रुतिसार रसाधार संसारभयहरण शूर
निर्विकार निराकार निर्वाणसुखद सुकुमार

नन्दात्मजाखण्डात्मसुखदायकाद्यन्तरहित
विधिनन्दीशगमनादिसुरगणवन्दित त्रिगुणातीत
रम्यवृन्दावनसंचार राकेन्दुमुख मदनतात
गोविन्दानन्दकन्दानन्तशयन भवजलधिपोत

पूतात्मक पुण्यफलप्रद पूतनादिसंहरण
भक्तवातात्मजविनतासुतपूजितपावनचरण
दिव्यगीताचार्य गुरुपवनपुराधीश लोकैकशरण
सङ्गीताद्यखिलकलाभिज्ञ परमानन्द नारायण

श्रीकृष्ण कमलाक्ष कलये त्वां कमलेश

 

Ramaswamy Sastry and Vighnesh Ghanapaathi

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