मिथिला मङ्गला स्तोत्र
सुधातुल्यजलैर्युक्ता यत्र सरः सरिद्वराः । तस्यै सरःसरि....
Click here to know more..वेंकटेश मंगल अष्टक स्तोत्र
जम्बूद्वीपगशेषशैलभुवनः श्रीजानिराद्यात्मजः तार्क्ष्....
Click here to know more..लोभ जब होता है तो मनुष्य विवेक को खो बैठता है