Special - Saraswati Homa during Navaratri - 10, October

Pray for academic success by participating in Saraswati Homa on the auspicious occasion of Navaratri.

Click here to participate

पुनर्वसु नक्षत्र

Punarvasu Nakshatra symbol bow and quiver

  

मिथुन राशि के २० अंश से कर्क राशि के ३ अंश २० कला तक जो नक्षत्र व्याप्त है उसे पुनर्वसु कहते हैं। 

वैदिक खगोल विज्ञान में यह सातवां नक्षत्र है। 

आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र का नाम है Castor and Pollux।

व्यक्तित्व और विशेषताएं 

पुनर्वसु मिथुन एवं कर्क राशि दोनों के लिए

  • सत्यसन्धता
  • निर्णय लेने की शक्ति
  • सोच - समझकर निर्णय
  • श्रीमान
  • सज्जन
  • अनचाहे मामलों में न पडता है
  • धार्मिक
  • आत्मनियंत्रण
  • न्याय परायण
  • ज्ञान प्राप्त करने के लिए उत्सुक
  • कीर्ति की इच्छा 

सिर्फ पुनर्वसु नक्षत्र मिथुन राशि के लिए

  • बुद्धि शक्ति
  • स्मरण शक्ति
  • अच्छा व्यवहार
  • दानशील
  • आकर्षक
  • सन्तुष्ट
  • लोकप्रिय
  • बहुत सारे दोस्त होंगे
  • सहज ज्ञान युक्त
  • आलसी

सिर्फ पुनर्वसु नक्षत्र कर्क राशि के लिए

  • सृजनात्मक
  • वफादार
  • विश्वसनीय
  • सहनशील
  • वाद-विवाद में सामर्थ्य
  • सहानुभूतिपूर्ण
  • राजनीतिक शक्ति 

प्रतिकूल नक्षत्र

  • आश्लेषा
  • पूर्वा फाल्गुनी
  • हस्त
  • पुनर्वसु मिथुन राशि के लिए - उत्तराषाढ़ा मकर राशि, श्रवण, धनिष्ठा मकर राशि
  • पुनर्वसु कर्क राशि के लिए - धनिष्ठा कुंभ राशि, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद कुंभ राशि

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन दिनों महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए और इन नक्षत्रों में जन्मे लोगों के साथ भागीदारी नहीं करना चाहिए। 

स्वास्थ्य

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याओं की संभावना है- 

पुनर्वसु नक्षत्र मिथुन राशि

  • निमोनिया
  • फुफ्फुस शोथ
  • कान का दर्द
  • फेफड़े की बीमारी
  • तपेदिक
  • थायराइड की समस्या
  • रक्त विकार
  • पीठ दर्द
  • सिरदर्द
  • बुखार
  • ब्रॉन्‍काइटिस
  • दिल की बीमारी

पुनर्वसु नक्षत्र कर्क राशि

  • तपेदिक
  • निमोनिया
  • सर्दी ज़ुखाम
  • रक्त विकार
  • बेरीबेरी
  • शोफ
  • पेट का बढ़ना
  • अत्यधिक भूख लगना
  • पीलिया 

व्यवसाय

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए कुछ अनुकूल व्यवसाय- 

पुनर्वसु मिथुन राशि

  • पत्रकार
  • प्रकाशन
  • आडीटर
  • लेखक
  • बीमा
  • विज्ञापन
  • ब्रोकर
  • ज्योतिष
  • गणितज्ञ
  • जज
  • इंजीनियर
  • प्रवक्ता
  • सलाहकार
  • परामर्शदाता
  • शिक्षक
  • डाक सेवाएं
  • दंत चिकित्सक
  • डिप्लोमैट
  • ऊन उद्योग
  • अनुवादक
  • राजनेता

पुनर्वसु कर्क राशि

  • डॉक्टर
  • पुजारी
  • अर्थशास्त्री
  • वकील
  • जज
  • व्याख्याकार
  • प्रोफ़ेसर
  • ट्रेडिंग
  • बैंक
  • नौसेना
  • यात्रा और पर्यटन
  • नर्स
  • द्रव
  • सिंचाई 

क्या पुनर्वसु नक्षत्र वाला व्यक्ति हीरा धारण कर सकता है?

  • पुनर्वसु मिथुन राशि - हां।
  • पुनर्वसु कर्क राशि - नहीं 

भाग्यशाली रत्न

पुखराज

अनुकूल रंग

पीला, क्रीम

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्मे बच्चे का नाम

पुनर्वसु नक्षत्र के लिए अवकहडादि पद्धति के अनुसार नाम का प्रारंभिक अक्षर हैं-

  • पहला चरण - के
  • दूसरा चरण - को
  • तीसरा चरण - हा
  • चौथा चरण - ही

नामकरण संस्कार के समय रखे जाने वाले पारंपरिक नक्षत्र-नाम के लिए इन अक्षरों का उपयोग किया जा सकता है।

शास्त्र के अनुसार नक्षत्र-नाम के अलावा एक व्यावहारिक नाम भी होना चाहिए जो रिकॉर्ड में आधिकारिक नाम रहेगा। उपरोक्त प्रणाली के अनुसार रखे जाने वाला नक्षत्र-नाम केवल परिवार के करीबी सदस्यों को ही पता होना चाहिए।

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वालों के व्यावहारिक नाम इन अक्षरों से प्रारंभ न करें -

  • पुनर्वसु मिथुन राशि - च, छ, ज, झ, त, थ, द, ध, न, उ, ऊ, ऋ, ष।
  • पुनर्वसु कर्क राशि - ट, ठ, ड, ढ, प, फ, ब, भ, म, स।

वैवाहिक जीवन

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्मे लोगों का वैवाहिक जीवन आमतौर पर परेशानी भरा होता है। इस नक्षत्र में जन्मी महिलाएं पति के प्रति स्नेही होंगी लेकिन साथ ही बहुत कलह भी करेंगी।

उपाय

पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए चन्द्रमा, बुध और शुक्रा की दशाएं आमतौर पर प्रतिकूल होती हैं। वे निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।

मंत्र

ॐ अदितये नमः 

पुनर्वसु नक्षत्र

  • स्वामी - अदिति
  • अधीश ग्रह - बृहस्पति
  • पशु - बिल्ली
  • वृक्ष - बांस
  • पक्षी - महोख
  • भूत - जल
  • गण - देव
  • योनि - बिल्ली ( स्त्री )
  • नाडी - आद्य
  • प्रतीक - धनुष और तरकश

 

70.1K
10.5K

Comments

69011
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -मदन शर्मा

आपकी वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षाप्रद है। -प्रिया पटेल

यह वेबसाइट अद्वितीय और शिक्षण में सहायक है। -रिया मिश्रा

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -User_sdh76o

वेदधारा की वजह से मेरे जीवन में भारी परिवर्तन और सकारात्मकता आई है। दिल से धन्यवाद! 🙏🏻 -Tanay Bhattacharya

Read more comments

Knowledge Bank

ऋषि नारद कहते हैं...

किसी चीज़ को केवल इसलिए खारिज मत करो क्योंकि आप उसे समझते नहीं हैं। यदि आप किसी अपरिचित चीज़ से सामना करते हैं, तो केवल इसलिए मत सोचिए कि वह गलत है या झूठ है क्योंकि आप उसे नहीं जानते। सीखने की प्रक्रिया चरण-दर-चरण होती है। पहले, आपको ज्ञान प्राप्त करने के लिए अध्ययन करना चाहिए। फिर उस ज्ञान का उपयोग करके विषय को गहराई से समझना चाहिए। जब आप इसे अच्छी तरह से समझ लेते हैं, तभी आप इसके बारे में सही निर्णय ले सकते हैं। सरल शब्दों में, यह सलाह देता है कि राय बनाने से पहले खुले मन और धैर्य के साथ सीखने की कोशिश करें।

शिव पुराण के अनुसार भस्म लगाने के लिए कौन से स्थान अनुशंसित हैं?

शिव पुराण में माथे, दोनों हाथों, छाती और नाभि पर भस्म लगाने की सलाह दी गई है।

Quiz

राजस्थान में अजमेर जिले के हर गांव का चबूतरा इस लोकदेवता का थान कहलाता है । कौन है यह देवता ?
हिन्दी

हिन्दी

ज्योतिष

Click on any topic to open

Copyright © 2024 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |
Whatsapp Group Icon