वृथा वृष्टिः समुद्रेषु

वृथा वृष्टिः समुद्रेषु वृथा तृप्तेषु भोजनम् |
वृथा दानं धनाढ्येषु वृथा दीपो दिवाऽपि च ||

 

समंदर में बारिश गिरने का कोई फल नहीं है | जिनका पेट भरा है उनको भोजन खिलाकर कोई फल नहीं है | जो धनवान हैं उनको दान देकर कोई फल नहीं है | दिन में दिया जलाकर भी कोई फल नहीं है |

 

Copyright © 2023 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |