धन की प्रचुरता के लिए मंत्र

धाता रातिस्सवितेदं जुषन्तां प्रजापतिर्निधिपतिर्नो अग्निः । त्वष्टा विष्णुः प्रजया सँरराणो यजमानाय द्रविणं दधातु ।।....

धाता रातिस्सवितेदं जुषन्तां प्रजापतिर्निधिपतिर्नो अग्निः ।
त्वष्टा विष्णुः प्रजया सँरराणो यजमानाय द्रविणं दधातु ।।

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