गौमाता से हथियार दूर रहें

gou mata

 

विश्वरूपां सुभगामच्छावदामि जीवलाम् ।

सा नो रुद्रस्यास्तां हेतिं दूरं नयतु गोभ्यः ॥

यह अथर्ववेद, षष्ठ काण्ड में ५९-वां सूक्त का तीसरा मंत्र है।

इस मंत्र में प्रार्थना की गयी है कि भय उत्पन्न करनेवाला कोई भी श्स्त्र गौओं के पास न आवे।

गौएं सदा सुरक्षित और निर्भय रहें।

 

 

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