वास्तु गायत्री: अपनी संपत्ति में सकारात्मक ऊर्जा और शांति आकर्षित करें

क्या इस मंत्र को सुनने के लिए दीक्षा आवश्यक है?

नहीं। दीक्षा केवल तब आवश्यक होती है जब आप मंत्र साधना करना चाहते हैं, सुनने के लिए नहीं।

लाभ प्राप्त करने के लिए बस हमारे द्वारा दिए गए मंत्रों को सुनना पर्याप्त है।


वास्तुनाथाय विद्महे चतुर्भुजाय धीमहि।
तन्नो वास्तुः प्रचोदयात्।

हम वास्तु पुरुष का ध्यान करते हैं, जो निवास का रक्षक है। हम चतुर्भुज भगवान का चिंतन करते हैं। वह वास्तु पुरुष हमें प्रेरित और मार्गदर्शित करें।

वास्तु मंत्र सुनने से आपके घर में सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा आती है। यह नकारात्मक प्रभावों को दूर करता है और संपत्ति को किसी भी प्रकार की बाधाओं से सुरक्षित रखता है। यह मंत्र घर की नींव को मजबूत करता है, जिससे घर में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनी रहती है। यह भूमि खरीदने या बेचने जैसे संपत्ति से संबंधित मामलों में सफलता को आकर्षित करने में भी मदद करता है। यह मंत्र दिव्य आशीर्वाद प्रदान करता है ताकि घर सुरक्षित, सुरक्षित और अच्छे स्पंदनों से भरा रहे, जिससे घर के सभी सदस्यों का समग्र कल्याण हो सके।

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