रामचरितमानस पढ़ने के दो विधान हैं - १. नवाह्न पाठ - जिसमें संपूर्ण मानस का पाठ नौ दिनों में किया जाता है। २. मासिक पाठ - जिसमें पाठ एक मास की अवधि में संपन्न किया जाता है।
हनुमान साठिका पढनेवाले भक्तों के संकट हनुमान जी समाप्त कर लेते हैं । वे उनकी रक्षा करते हैं । उनकी मनोकामनायें पूर्ण हो जाती हैं ।
क्षेत्रपालाय विद्महे क्षेत्रस्थिताय धीमहि तन्नः क्षेत्रः प्रचोदयात्....
क्षेत्रपालाय विद्महे क्षेत्रस्थिताय धीमहि तन्नः क्षेत्रः प्रचोदयात्
सेतुमाधव मंदिर, रामेश्वरम
जानिए भगवान विष्णु रामेश्वरम में सेतुमाधव क्यों कहलाते ....
Click here to know more..कठिनाइयों का सामना करनेवालों को ही जीवन में प्रगति है
ऋण मोचन गणेश स्तोत्र
रक्ताङ्गं रक्तवस्त्रं सितकुसुमगणैः पूजितं रक्तगन्धैः ....
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