Special - Hanuman Homa - 16, October

Praying to Lord Hanuman grants strength, courage, protection, and spiritual guidance for a fulfilled life.

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जन्म से नहीं, जप, तप आदियों से अध्यात्मिक शक्ति मिलती है

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वेदधारा के साथ ऐसे नेक काम का समर्थन करने पर गर्व है - अंकुश सैनी

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महामृत्युंजय मंत्र का बीज मंत्र क्या है?

ॐ जूँ सः - यह महामृत्युंजय मंत्र का बीज मंत्र है।

दुर्दम का अभिशाप और मुक्ति

दुर्दम विश्वावसु नामक गंधर्व का पुत्र था। एक बार वे अपनी हजारों पत्नियों के साथ कैलास के निकट एक झील में विहार कर रहे थे। वहाँ तप कर रहे ऋषि वसिष्ठ ने क्रोधित होकर उन्हें श्राप दे दिया। परिणामस्वरूप, वह राक्षस बन गया। उनकी पत्नियों ने वशिष्ठ से दया की याचना की। वसिष्ठ ने कहा कि भगवान विष्णु की कृपा से 17 वर्ष बाद दुर्दामा पुनः गंधर्व बन जाएगा। बाद में, जब दुर्दामा गालव मुनि को निगलने की कोशिश कर रहा था, तो भगवान विष्णु ने उसका सिर काट दिया और वह अपने मूल रूप में वापस आ गया। कहानी का सार यह है कि कार्यों के परिणाम होते हैं, लेकिन करुणा और दैवीय कृपा से मुक्ति संभव है।

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