बाल प्रश्नोत्तरी

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धर्म-सम्बन्धी तात्त्विक बाल-प्रश्नोत्तरी

ईश्वर क्या है? 

यह तो नहीं बताया जा सकता; क्योंकि कौन कितना बड़ा विद्वान् है, यह बात उससे बड़ा विद्वान् ही ठीक-ठीक बता सकता है और ईश्वर से बड़ा कोई है नहीं। सर्वशक्तिमान् ईश्वर पूरी तरह ठीक-ठीक न जाना जा सकता है, न उसका वर्णन ही हो सकता है। लेकिन ईश्वर है, यह बात सवा सोलह आने सच्ची है। जैसे कपड़े को देखकर, उसका कोई बनानेवाला है, यह समझा जाता है, वैसे ही संसार का भी कोई बनानेवाला होना चाहिये, यह स्पष्ट है। संसार इतना नियमपूर्वक चलता है और फिर इतनी आश्चर्यजनक घटनाएँ इस संसार में होती रहती हैं कि उन घटनाओं का बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी कोई कारण नहीं समझ पाते। इन सब बातोंसे ईश्वरकी सत्ता सिद्ध होती है।

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आदि राम कौन है?

कबीरदास जी के अनुसार आदि राम - एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा, एक राम का सकल उजियारा, एक राम जगत से न्यारा - हैं। दशरथ के पुत्र राम परमात्मा, जगत की सृष्टि और पालन कर्ता हैं।

गोवत्स द्वादशी की कहानी क्या है?

एक बार माता पार्वती गौ माता के और भोलेनाथ एक बूढे के रूप में भृगु महर्षि के आश्रम पहुंचे। गाय और बछडे को आश्रम में छोडकर महादेव निकल पडे। थोडी देर बाद भोलेनाथ खुद एक वाघ के रूप में आकर उन्हें डराने लगे। डर से गौ और बछडा कूद कूद कर दौडे तो उनके खुरों का निशान शिला के ऊपर पड गया जो आज भी ढुंढागिरि में दिखाई देता है। आश्रम में ब्रह्मा जी का दिया हुआ एक घंटा था जिसे बजाने पर भगवान परिवार के साथ प्रकट हो गए। इस दिन को गोवत्स द्वादशी के रूप में मनाते हैं।

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मां लक्ष्मी के कितने स्वरूप प्रसिद्ध हैं ?
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