शतभिषा नक्षत्र

Shatabhisha Nakshatra symbol circle

 

कुंभ राशि के ६ अंश  ४० कला से २० अंश तक जो नक्षत्र व्याप्त है उसे शतभिषा कहते हैं। 

वैदिक खगोल विज्ञान में यह चौबीसवां नक्षत्र है। 

आधुनिक खगोल विज्ञान के अनुसार शतभिषा नक्षत्र को γ Aquarii Sadachbia कहते हैं।

व्यक्तित्व और विशेषताएं

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों की विशेषताएं -

  • स्वतंत्र विचारधारा
  • सक्रिय
  • कुलीन
  • आदर्शवादी
  • उदार
  • विरोधियों को परास्त करने की क्षमता
  • साहसी
  • खुलकर बात करने की हिम्मत
  • कई दुश्मन
  • पारम्परिक
  • गूढ शास्त्रों में रुचि
  • अध्यात्म में रुचि
  • उपकारी
  • मां से अधिक लगाव
  • ईमानदार
  • बहादुर 

प्रतिकूल नक्षत्र

  • उत्तरा भाद्रपदा
  • अश्विनी
  • कृतिका
  • उत्तरा फाल्गुनी कन्या राशि
  • हस्त
  • चित्रा कन्या राशि

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन दिनों महत्वपूर्ण कार्य नहीं करना चाहिए और इन नक्षत्रों में जन्मे लोगों के साथ भागीदारी नहीं करना चाहिए। 

स्वास्थ्य

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों को इन स्वास्थ्य से संबन्धित समस्याओं की संभावना है-

  • संधिशोथ
  • रक्तचाप
  • हृदय की समस्याएं
  • पैर में फ्रैक्चर
  • छाजन
  • कुष्ठ 

व्यवसाय

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए कुछ अनुकूल व्यवसाय-

  • ज्योतिष
  • वैज्ञानिक
  • बिजली से संबंधित
  • आणविक विज्ञान
  • एविएशन
  • वायु ऊर्जा
  • मैकेनिक
  • लेबोरेटरी
  • चमडा उद्योग
  • आंकड़े
  • सार्वजनिक वितरण
  • जेल अधिकारी
  • अनुवादक
  • द्विभाषी
  • गुप्तचर

क्या शतभिषा नक्षत्र वाला व्यक्ति हीरा धारण कर सकता है?

हां

भाग्यशाली रत्न

गोमेद

अनुकूल रंग

काला 

शतभिषा नक्षत्र में जन्मे बच्चे का नाम

शतभिषा नक्षत्र के लिए अवकहडादि पद्धति के अनुसार नाम का प्रारंभिक अक्षर हैं-

  • पहला चरण - गो
  • दूसरा चरण - सा
  • तीसरा चरण - सी
  • चौथा चरण - सू

नामकरण संस्कार के समय रखे जाने वाले पारंपरिक नक्षत्र-नाम के लिए इन अक्षरों का उपयोग किया जा सकता है।

शास्त्र के अनुसार नक्षत्र-नाम के अलावा एक व्यावहारिक नाम भी होना चाहिए जो रिकॉर्ड में आधिकारिक नाम रहेगा। उपरोक्त प्रणाली के अनुसार रखे जाने वाला नक्षत्र-नाम केवल परिवार के करीबी सदस्यों को ही पता होना चाहिए।

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के व्यावहारिक नाम इन अक्षरों से प्रारंभ न करें - ए, ऐ, ह, अं, क्ष, त, थ, द, ध, न।

वैवाहिक जीवन

सामान्य तौर पर, विवाह सुखी और समृद्ध होगा। 

शतभिषा में जन्मी महिलाओं को विवाह में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।  

उपाय

शतभिषा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए सूर्य, शनि और केतु की दशाएं आमतौर पर प्रतिकूल होती हैं। 

वे निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं।

मंत्र

ॐ वरुणाय नमः

शतभिषा नक्षत्र

  • स्वामी - वरुण
  • अधीश ग्रह - राहु
  • पशु - घोडा
  • वृक्ष -कदंब वृक्ष
  • पक्षी - मोर
  • भूत - आकाश
  • गण - असुर
  • योनि - घोडा (स्त्री)
  • नाडी - आद्य
  • प्रतीक - वृत्त

 

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