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बहुत ही सुंदर एवं सराहनीय कार्य.. जय श्री राम.. जय हनुमान -दुर्गेश तिवारी

कृपया मेरे लिए प्रार्थना करें, मैं काले जादू तथा पेट दर्द और कैंसर से पीड़ित हूँ। 🙏🙏 -मनोज श्रीवास्तव

Ye sanatani ke dharohar hai. Every Hindu should know our legacy. -Manoranjan Panda

बहुत बड़ा सहारा है मेरे लिए यह 👍 -pratyasha

सर्व कल्याण की कामना पूर्ति का अभियान है आपका चैनल, साधुवाद। -User_svnx80

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सदाचार के बाधक १२ दोष

असूया, अभिमान, शोक, काम, क्रोध, लोभ, मोह, असंतोष, निर्दयता, ईर्ष्या, निंदा और स्पृहा - ये बारह दोष हमेशा त्यागने योग्य हैं। जैसे शिकारी मृगों का शिकार करने के अवसर की तलाश में रहता है, इसी तरह, ये दोष भी मनुष्यों की कमजोरियाँ देखकर उन पर आक्रमण कर देते हैं।

वेदों की दिव्य उत्पत्ति और अधिकारिता

धर्म वेदों द्वारा स्थापित है, और अधर्म उसका विपरीत है। वेदों को श्री हरि का प्रत्यक्ष प्रकट रूप माना जाता है, और भगवान ने ही सबसे पहले उन्हें उद्घोषित किया। इसलिए, वेदों को समझने वाले विद्वान कहते हैं कि वेद श्री हरि के सार का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह वेदों की दिव्य उत्पत्ति और अधिकारिता में विश्वास को रेखांकित करता है, जो मानवता को धार्मिकता की ओर मार्गदर्शन करने में उनकी भूमिका को उजागर करता है।

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लड़कियों के लिये उपनयन के स्थान में कौन सा संस्कार होता है ?

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा....

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा

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