पांच - विष्णुप्रयाग, नन्दप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग । प्रयागराज इन पांचों का मिलन स्थान माना जाता है ।
बरसाना
बरसाना बृहत्सानु या ब्रह्मसानु नामक एक पहाड की ढाल पर स्�....
Click here to know more..सभी इच्छाओं की प्राप्ति के लिए त्रिपुरसुंदरी मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स�....
Click here to know more..सन्तोषी माता अष्टोत्तर शतनामावलि
ॐ श्रीदेव्यै नमः । श्रीपदाराध्यायै । शिवमङ्गलरूपिण्यै �....
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