नैना देवी मंदिर, ज्वालामुखी, चिंतपूर्णी, बज्रेश्वरी देवी मंदिर, चामुण्डा मंदिर, मनसा देवी मंदिर, जयंती देवी मंदिर।
अदिति और दिति कश्यप प्रजापति की पत्नियां थी। कश्यप से अदिति में बलवान इंन्द्र उत्पन्न हुए। इसे देखकर दिति जलने लगी। अपने लिे भी शक्तिमान पुत्र मांगी। कश्यप से गर्भ धारण करने पर अदिति ने इंन्द्र द्वारा दिति के गर्भ को ४९ टुकडे कर दिया जो मरुद्गण बने। दिति ने अदिति को श्राप दिया कि संतान के दुःख से कारागार में रहोगी। अदिति पुनर्जन्म में देवकी बनी और कंस ने देवकी को कारागार में बंद किया।
यात्रा में अच्छा और बुरा शकुन
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