सद्भिस्तु लीलया प्रोक्तम्

सद्भिस्तु लीलया प्रोक्तं शिलालिखितमक्षरम् |
असद्भिः शपथेनोक्तं जले लिखितमक्षरम् ||

 

सज्जन जो बातों ही बातों में बोलते है उस कार्य को भी कर देते है | वह बात पत्थर में लिखे हुए अक्षर के जैसे होता है | दुर्जन जिस बात को शपथ लेकर भी बोलते है उस कार्य को भी नहीं करते | इस लिए उनकी बात पानी में लिखे हुए अक्षर के जैसे माना जाता है |

 

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