Special - Hanuman Homa - 16, October

Praying to Lord Hanuman grants strength, courage, protection, and spiritual guidance for a fulfilled life.

Click here to participate

विभिन्न प्रकार के रुद्राक्ष

37.4K
5.6K

Comments

Security Code
40373
finger point down
आपकी वेबसाइट बहुत ही अद्भुत और जानकारीपूर्ण है। -आदित्य सिंह

Om namo Bhagwate Vasudevay Om -Alka Singh

वेद पाठशालाओं और गौशालाओं के लिए आप जो कार्य कर रहे हैं उसे देखकर प्रसन्नता हुई। यह सभी के लिए प्रेरणा है....🙏🙏🙏🙏 -वर्षिणी

गुरुजी का शास्त्रों की समझ गहरी और अधिकारिक है 🙏 -चितविलास

सनातन धर्म के भविष्य के लिए वेदधारा के नेक कार्य से जुड़कर खुशी महसूस हो रही है -शशांक सिंह

Read more comments

Knowledge Bank

गणेश जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

गणेश जी की पूजा करते समय बोलने के लिए सरल और प्रभावशाली मंत्र है - ॐ गँ गणपतये नमः ।

पुरूरवा कौन है?

पुरूरवा बुध और इला (सुद्युम्न) का पुत्र है।

Quiz

इन देवियों में दस महाविद्याओं में अन्तर्गत कौन नहीं है ?

- एकमुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतिक है। यह आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों में फायदेमंद है। एकमुखी रुद्राक्ष धारण करके, आप धन की प्राप्ति कर सकते हैं और अपनी सभी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। इसको प्रभावी बनाने के लिए धारण करते सम....

- एकमुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतिक है। यह आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों में फायदेमंद है। एकमुखी रुद्राक्ष धारण करके, आप धन की प्राप्ति कर सकते हैं और अपनी सभी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। इसको प्रभावी बनाने के लिए धारण करते समय ॐ ह्रीं नमः - इस मंत्र का जप करें।

- द्विमुखी रुद्राक्ष, आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम है। द्विमुखी रुद्राक्ष का मंत्र है ॐ नमः। इसे देवदेवेश्वर भी कहा जाता है।

- त्रिमुखी रुद्राक्ष पठाई और ज्ञान प्राप्ति में बहुत सहायक है। इसका मंत्र है क्लीं नमः।

- चतुर्मुखी रुद्राक्ष, आपको चारों पुरुषार्थ - धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है। यह ब्रह्मा को दर्शाता है और मंत्र है ॐ ह्रीं नमः।

- पंचमुखी रुद्राक्ष कालाग्नि रुद्र का प्रतिक है। यह सभी पापों को नष्ट करता है और परेशानियों को दूर करता है। पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करके, आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। मंत्र है ॐ ह्रीं नमः।

- छह-मुखी रुद्राक्ष भगवान कार्तिकेय का प्रतिक है। यह आपको सभी समस्याओं से राहत देता है। मंत्र है ॐ ह्रीं हुं नमः।

- प्रत्येक प्रकार के रुद्राक्ष का मंत्र, आपको रुद्राक्ष को स्पर्श करते हुए प्रतिदिन कम से कम 11 बार उच्चारण करना चाहिए।

- सप्तमुखी रुद्राक्ष कामदेव का है। यह आपको तेजी से धनी बनाएगा। मंत्र है ॐ हुं नमः।

- अष्टमूर्ति रुद्राक्ष अष्टमूर्ति भैरव का प्रतीक है। यह आपको लंबा और स्वस्थ जीवन देता है। मंत्र है ॐ हुं नमः। यह अपमृत्यु और अकालमृत्यु को दूर करता है।

- नौ-मुखी रुद्राक्ष दुर्गा देवी का है और इसे धारण करके आपको शासन की शक्ति प्राप्त होती है। मंत्र है ॐ ह्रीं हुं नमः।

- दशमुखी रुद्राक्ष - यदि आप इसे धारण करते हैं, भगवान विष्णु आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करेंगे। मंत्र है ॐ ह्रीं नमः।

- ग्यारह-मुखी रुद्राक्ष सफलता के लिए पहनी जाती है। यह रुद्र को दर्शाता है और मंत्र है ॐ ह्रीं हुं नमः।

- द्वादश मुख रुद्राक्ष शक्ति और पद प्राप्त कराता है। मंत्र है ॐ क्रौं क्षौं रौं नमः।

- त्रयोदश मुख रुद्राक्ष भाग्य और इच्छाओं की प्राप्ति के लिए है। यह विश्वेदेवों का है| मंत्र है ॐ ह्रीं नमः।

- चौदह मुख रुद्राक्ष आपकी सभी समस्याओं का हल करता है। यह परमशिव का प्रतीक है और मंत्र है ॐ नमः।

हिन्दी

हिन्दी

शिव पुराण

Click on any topic to open

Copyright © 2024 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |
Whatsapp Group Icon