Jaya Durga Homa for Success - 22, January

Pray for success by participating in this homa.

Click here to participate

न संरोहति वाक् क्षतम्

संरोहत्यग्निना दग्धं वनं परशुना हतम् |
वाचा दुरुक्तं बीभत्सं न संरोहति वाक् क्षतम् ||

 

आग से जला हुआ या कुल्हाडी से कटा हुआ वन भी कभी न कभी वापस उगकर पहले जैसे बन सकता है | पर अगर हम ने अपने शब्दों से किसी को एक बार नीचा दिखाया तो फिर हमारी वाणी वापस पहले जैसे नहीं हो सकती | इसलिए किसी को नीचा दिखाना नहीं चाहिए | एक बार वाक् का मूल्य गिर गया तो वह कभी नहीं बढेगा |

 

93.9K
14.1K

Comments

Security Code
86045
finger point down
वेदधारा के माध्यम से हिंदू धर्म के भविष्य को संरक्षित करने के लिए आपका समर्पण वास्तव में सराहनीय है -अभिषेक सोलंकी

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 -User_sdh76o

जो लोग पूजा कर रहे हैं, वे सच में पवित्र परंपराओं के प्रति समर्पित हैं। 🌿🙏 -अखिलेश शर्मा

वेदधारा की वजह से मेरे जीवन में भारी परिवर्तन और सकारात्मकता आई है। दिल से धन्यवाद! 🙏🏻 -Tanay Bhattacharya

वेदधारा हिंदू धर्म के भविष्य के लिए जो काम कर रहे हैं वह प्रेरणादायक है 🙏🙏 -साहिल पाठक

Read more comments

Knowledge Bank

वैकुंठ के सात द्वार

दान, प्रायश्चित, संतोष, आत्म-संयम, विनम्रता, सत्य और दया - ये सात गुण वैकुंठ में प्रवेश के द्वार हैं।

हनुमान जी की अतुलनीय भक्ति और गुण

भगवान हनुमान जी ने सेवा, कर्तव्य, अडिग भक्ति, ब्रह्मचर्य, वीरता, धैर्य और विनम्रता के उच्चतम मानकों का उदाहरण प्रस्तुत किया। अपार शक्ति और सामर्थ्य के बावजूद, वे विनम्रता, शिष्टता और सौम्यता जैसे गुणों से सुशोभित थे। उनकी अनंत शक्ति का हमेशा दिव्य कार्यों को संपन्न करने में उपयोग किया गया, इस प्रकार उन्होंने दिव्य महानता का प्रतीक बन गए। यदि कोई अपनी शक्ति का उपयोग लोक कल्याण और दिव्य उद्देश्यों के लिए करता है, तो परमात्मा उसे दिव्य और आध्यात्मिक शक्तियों से विभूषित करता है। यदि शक्ति का उपयोग बिना इच्छा और आसक्ति के किया जाए, तो वह एक दिव्य गुण बन जाता है। हनुमान जी ने कभी भी अपनी शक्ति का उपयोग तुच्छ इच्छाओं या आसक्ति और द्वेष के प्रभाव में नहीं किया। उन्होंने कभी भी अहंकार को नहीं अपनाया। हनुमान जी एकमात्र देवता हैं जिन्हें अहंकार कभी नहीं छू सका। उन्होंने हमेशा निःस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्यों का पालन किया, निरंतर भगवान राम का स्मरण करते रहे।

Quiz

दशरथ का जामाता कौन है ?
हिन्दी

हिन्दी

सुभाषित

Click on any topic to open

Copyright © 2025 | Vedadhara | All Rights Reserved. | Designed & Developed by Claps and Whistles
| | | | |
Vedahdara - Personalize
Whatsapp Group Icon
Have questions on Sanatana Dharma? Ask here...