Special - Saraswati Homa during Navaratri - 10, October

Pray for academic success by participating in Saraswati Homa on the auspicious occasion of Navaratri.

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लंबे और सक्रिय जीवन के लिए अथर्ववेद मंत्र

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मंत्र बहुत उपयोगी है व्यावहारिक रूप से। 🙏 -आदर्श गुप्ता

आपके मंत्रों को सुनकर मुझे अपने अंदर से जुड़ा हुआ महसूस होता है। 💖 -ReshmiPal

वेदाधरा के मंत्र सुनकर आत्मविश्वास बढ़ता है। 😊 -रजत

आपके मंत्र हमेशा काम आते हैं। 😊 -अंजू दोशी

इन मंत्रों का दैनिक जाप मुझे सकारात्मकता से भर देता है। -प्रसाद

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अन्नदान करने से क्या क्या लाभ हैं ?

ब्रह्माण्ड पुराण के अनुसार अन्नदान करने वाले की आयु, धन-संपत्ति, दीप्ति और आकर्षणीयता बढती हैं । उसे ले जाने स्वर्गलोक से सोने से बना विमान आ जाता है । पद्म पुराण के अनुसार अन्नदान के समान कॊई दूसरा दान नहीं है । भूखे को खिलाने से इहलोक और परलोक में सुख की प्राप्ति होती है । परलोक में पहाडों के समान स्वादिष्ठ भोजन ऐसे दाता के लिए सर्वदा तैयार रहता है । अन्न के दाता को देवता और पितर आशीर्वाद देते हैं । उसे सारे पापों से मुक्ति मिलती है ।

भीष्म पितामह अपने पूर्व जन्म में कौन थे?

भीष्म जी अपने पूर्व जन्म में द्यौ थे जो अष्ट वसुओं में से एक हैं। वे सभी ऋषि वशिष्ठ के श्राप के कारण धरती पर जन्म लिए थे। उनकी मां, गंगा ने उन्हें श्राप से राहत देने के लिए जन्म के तुरंत बाद उनमें से सात को डुबो दिया। सिर्फ भीष्म जी जीवित रहे।

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इनमें से अन्धा कौन था ?

विश्वे देवा वसवो रक्षतेममुतादित्या जागृत यूयमस्मिन् । मेमं सनाभिरुत वान्यनाभिर्मेमं प्रापत्पौरुषेयो वधो यः ॥१॥ ये वो देवाः पितरो ये च पुत्राः सचेतसो मे शृणुतेदमुक्तम् । सर्वेभ्यो वः परि ददाम्येतं स्वस्त्येनं जरसे ....

विश्वे देवा वसवो रक्षतेममुतादित्या जागृत यूयमस्मिन् ।
मेमं सनाभिरुत वान्यनाभिर्मेमं प्रापत्पौरुषेयो वधो यः ॥१॥
ये वो देवाः पितरो ये च पुत्राः सचेतसो मे शृणुतेदमुक्तम् ।
सर्वेभ्यो वः परि ददाम्येतं स्वस्त्येनं जरसे वहाथ ॥२॥
ये देवा दिवि ष्ठ ये पृथिव्यां ये अन्तरिक्ष ओषधीषु पशुष्वप्स्वन्तः ।
ते कृणुत जरसमायुरस्मै शतमन्यान् परि वृणक्तु मृत्यून् ॥३॥
येषां प्रयाजा उत वानुयाजा हुतभागा अहुतादश्च देवाः ।
येषां वः पञ्च प्रदिशो विभक्तास्तान् वो अस्मै सत्रसदः कृणोमि ॥४॥

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